नारि जागृति- कु.अदीक्षा देवांगन "अदी"
*छन्द*
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(मनहरण घनाक्षरी)
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मात्रा-प्रत्येक चरण(31)8+8+8+7
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शीर्षक-नारि जागृति
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रचना-कु.अदीक्षा देवांगन "अदी"
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काल को घोड़ा बना के,
पीठ में करूँ सवारी,
भारत की नारि हूँ मैं,
चाँद जीत लाउँगी!
शनी रवी सोम साथ,
मंगल बुध बिफे को,
शुक्रवार को भी अब,
मैं संग चलाउँगी!!
कलम की ताकत से,
समाज को जगाउँगी,
राष्ट्र निर्माण में मैं,
जीवन लगाउँगी!
देश जाग जाएगा तो,
देखना ऐसा करूँगी,
सवा लाख से तब मैं,
एक को लड़ाउँगी!!
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कु,अदीक्षा देवांगन "अदी"
बलरामपुर(छत्तीसगढ़)
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संकलन-विजय सिंह "रवानी"
7587241771, 9098208751

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