आज बचपन मुझे याद आने लगा -ग़ज़ल-- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"


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 बचपन-ए-ग़ज़ल

अदीक्षा देवांगन"अदी"

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२१२,२१२,२१२,२१२

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आज बचपन मुझे याद आने लगा,

दिल उसी राग  में  गीत गाने लगा!


वो  खिलौने, घरौंदे, सभी  याद  है,

वो खिलौना मुझे फिर बुलाने लगा!


पेड़ की छाँव में खेलता बालपन,

चाँद आकर मुझे गुदगुदाने लगा!


तोतली सी ज़ुबां बोलती थी सही,

झूठ आ के मुझे अब छकाने लगा!


भोर  में  जागना   दौड़ना भागना,

आज आकर हमें ग़म सताने लगा!


बूंद  बरखा  नदी  नाव वो काठ की,

सोच कर दिल कहीं डगमगाने लगा!


लौट बचपन जरा देख हालत बुरी,

काल फिर से मुझे आजमाने लगा!


ये"अदी"आज है बित गया काल वो,

काल की गाल मे भूत समाने लगा!

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अदीक्षा देवांगन"अदी"

बलरामपुर (छत्तीसगढ़)

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स्वरचित, मौलिक ग़ज़ल

सर्वाधिकार सुरक्षित

प्रकाशन तिथि- ०३.०७.२०२१

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