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Showing posts from July, 2021

क़ैद-ए-इश्क से हो ज़मानत मेरी- ग़ज़ल- अदीक्षा देवांगन "अदी"

चीखती दीवारें - काव्य - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

पल पल जनमतीं आशाएँँ- कविता- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

ए ग़मे-ज़िंदगी मुंतशिर हर खुशी - ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

वक़्त के साथ चल ये मेरे हमसफ़र- ग़ज़ल -कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

हमें ढूंढने में ज़माने लगें गे -ग़ज़ल- -कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

काँटो से डरते हैं न खूनी खंजर के शूल से - ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

ईद में फिर चाँद का दीदार हो जाए- ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

अब तो इश्क़ में इक़रार हो जाए - ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

अपनी ख़ता को इक़रार कर लो -ग़ज़ल- - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

आज बचपन मुझे याद आने लगा -ग़ज़ल-- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

दिल बन गया दैरो-हरम- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

घनघोर सावन की घटा - ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"