Posts

Showing posts from April, 2021

ज़िंदगी से जुदा दिल नहीं -ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

इब्तिदा - ए- ज़िंदगी- ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

प्रकृति- कविता- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

आशियाना प्यार का हम बनाते रहे गये -ग़ज़ल- -कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

जान लो ऐ ज़िन्दगी- ग़ज़ल-की अदीक्षा देवांगन "अदी"

चाँदनी की रौशनी में, रात हमने जो गुजारे - ग़ज़ल -विजय सिंह "रवानी"

दरिया-ए -ग़म है यहां- ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

आश़िकी आबरू या हया है- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

जान जाये ग़म नहीं-: ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

राब्ता अब नहीं कह दिए- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

टूटा हुआ सितारा आकाश से गिरा है-: ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

रौशनी से कहो ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

आसरा मिल गया रात भर के लिए- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन ""अदी"

शाम ढलती है, आग जलती है- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

मेहरबान खुदा हो जाए- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

गज़ब की शाम होती थी-ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

तिज़ारत का जमाना है- ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"

अवध में राम हो जाए- ग़ज़ल - कु अदीक्षा देवांगन"अदी"

हमारा ठिकाना कहाँ कौन जाने -ग़ज़ल- कु अदीक्षा देवांगन "अदी"